इंसान में हैवान
यहां भी है वहां भी
अल्लाह निगेहबान
यहां भी है वहां भी
खूंखार दरिन्दो के
फ़क़त नाम हैं अलग
शहरों में बियाबान
यहां भी है वहां भी
रहमान की कुदरत हो
या भगवान की मूरत
हर खेल का मैदान
यहां भी है वहां भी
हिन्दू भी मज़े में
हैं मुसलमां भी मज़े में
इन्सान परेशान
यहां भी है वहां भी
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निदा फ़ाज़ली
1 comments:
खूंखार दरिन्दो के
फ़क़त नाम हैं अलग
सही कहा जी।
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महफ़िल में आपका इस्तक़बाल है।